निशाने बाजी छोड़कर विदेश जाने वाली थी मानु भाकर , कोच की इस बात ने बनाया ओलिंपिक मेडलिस्ट

भारतीय शूटर मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में भारत के लिए दो मेडल जीतकर देश का मान बढ़ाया है। लेकिन एक समय ऐसा भी था जब मनु निशानेबाजी छोड़कर विदेश जाना चाहती थीं। आइए जानते हैं पूरी कहानी।

PARIS OLYMPICS 2024

Digital samadhaan

8/1/20241 min read

भारतीय शूटर मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में भारत के लिए दो मेडल जीतकर देश का मान बढ़ाया है। लेकिन एक समय ऐसा भी था जब मनु निशानेबाजी छोड़कर विदेश जाना चाहती थीं। आइए जानते हैं पूरी कहानी।

मनु भाकर ने पहले महिला 10 मीटर एयर पिस्टल के सिंगल इवेंट में कांस्य पदक जीता, और इसके बाद उन्होंने मिश्रित टीम इवेंट में अपने साथी सरबजोत के साथ भी कांस्य पदक जीता। इस उपलब्धि के साथ ही, मनु भारत की स्वतंत्रता के बाद एक ही ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली एकमात्र एथलीट बन गई हैं।

टोक्यो ओलंपिक 2020 में भी मनु का प्रदर्शन सराहनीय था, लेकिन उनकी पिस्टल खराब होने के कारण उन्हें प्रतियोगिता से बाहर होना पड़ा था। उनके पिता ने बताया कि इसके बाद मनु बहुत निराश हो गई थीं और वे शूटिंग छोड़कर विदेश पढ़ाई करने जाने का विचार कर रही थीं।

हालांकि, 2023 में उनके कोच जसपाल राणा ने उन्हें फिर से प्रेरित किया। कोच ने मनु से कहा, "तुम सिर्फ देश की ही नहीं, बल्कि दुनिया की सर्वश्रेष्ठ निशानेबाजों में से एक हो। यह तुम्हारे ऊपर है कि तुम अपने जीवन में क्या करना चाहती हो।"

कोच की इस बात से मनु को प्रेरणा मिली और उन्होंने खुद को अपने खेल के प्रति समर्पित कर दिया। उनके इस समर्पण का फल हमें पेरिस ओलंपिक में दो पदकों के रूप में देखने को मिला।

Indian shooter Manu Bhaker has brought glory to India by winning two medals at the Paris Olympics. However, there was a time when Manu wanted to leave shooting and go abroad. Let's delve into the full story.

Manu Bhaker first won a bronze medal in the women's 10-meter air pistol single event, and then she clinched another bronze in the mixed team event alongside her partner Sarabjot. With these achievements, Manu became the only athlete in post-independence India to win two medals in a single Olympics.

Manu was also a part of the Tokyo Olympics 2020, where her journey was cut short due to a malfunction in her pistol. This incident left her disheartened, and her father revealed that Manu was considering leaving shooting to pursue studies abroad.

However, in 2023, her coach Jaspal Rana reignited her passion. He told her, "You are not just one of the best shooters in the country, but in the world. It's up to you to decide what you want to do with your life."

These words inspired Manu, and she dedicated herself to her sport. Her dedication bore fruit in the form of two medals at the Paris Olympics.